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PERFORMING ARTISTS
Aditya Rikhari
Aditya Rikhari
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Aditya Rikhari
Aditya Rikhari
Composer

Lyrics

रातों की तन्हाइयाँ
आँखों में आने ना दूँ
कैसे देख कर तुम्हें
दिल को दिल लगाने ना दूँ?
रातों की तन्हाइयाँ
आँखों में आने ना दूँ
कैसे देख कर तुम्हें
दिल को दिल लगाने ना दूँ?
जाने का मन बनाए हुए
जाने का मन बनाए हुए हो
कैसे तुम्हें मैं जाने ना दूँ?
रातों की तन्हाइयाँ...
सोच कर तुम्हें सोचते रहे
यादों को फिर नोचते रहे
खरोचते रहे सभी ज़ख़्मों को फिर रात-भर
रात-भर से फिर सोचते रहे
ऐसा सो जाऊँ कभी
किसी को फिर जगाने ना दूँ
ऐसा सो जाऊँ कभी
किसी को फिर जगाने ना दूँ
ख़्वाबों में ही तो हो मेरे
ख़्वाबों में ही तो हो मेरे
मैं कैसे नींद आने ना दूँ?
रातों की तन्हाइयाँ...
Written by: Aditya Rikhari
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