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Credits

PERFORMING ARTISTS
Emiway Bantai
Emiway Bantai
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Mohd Bilal Shaikh
Mohd Bilal Shaikh
Songwriter
PRODUCTION & ENGINEERING
Tony James
Tony James
Producer

Lyrics

ये काली-काली आँखें
ये गोरे-गोरे गाल
ये तीखी-तीखी नज़रेँ
ये हिरणी जैसी चाल
ये काली-काली—
हाँ, काली ये आँखें तेरी, सोने ना देती, तू नींदें चुराती है
हाँ, नज़र न लगे तुझे इसलिए आँखों के नीचे तू काजल लगाती है
हाँ, हो जाता पागल मैं, होश मैं खो देता, हँसता जब भी वो आती है
अब वो भी है मेरी तरह, मैं भी मचाता और वो भी मचाती है
हाँ, मचाती मेको, तू नज़रों में नचाती
तेरे लिए लिख रहा मैं क़व्वाली (हाँ, क़व्वाली)
हाँ, शायर मैं बन गेला तेरे पीछे, हाँ
पता नहीं अंदर का किधर गया मव्वाली (हाँ, किधर है?)
सवाल ही नहीं, तेरे जितना कोई कमाल ही नहीं (कोई), बवाल ही नहीं (नहीं)
पालता किसी की तेरे सिवा, होता मैं किसी के हवाले नहीं (Ayy)
सबको हरा के बैठा (हाँ, सबको), मैं rap का Shahrukh, हाँ, जगह नहीं देता (मालूम है ना)
तेरे लिए दिल में जगह ही जगह है, देखा मैं जबसे
ये काली-काली आँखें
ये गोरे-गोरे गाल
ये तीखी-तीखी नज़रेँ
ये हिरणी जैसी चाल
ये काली-काली—
तेरी आँखों पे तो मैं हूँ, आँखों पे तो मैं हूँ
तेरी बातें मैं सुनूं (ਪਰ ਦੱਸਦਾ ਨੀ ਤੂੰ)
ਓ ਤੈਨੂੰ ਮਿਲਣਾ ਨੀ ਕੋਈ ਹਾਂ ਮੇਰੇ ਵਰਗਾ
ਅਸੀਂ ਤੋੜਣੇ ਨੀ ਦਿਲ, ਤੈਨੂੰ ਪਤਾ ਲੱਗੂਗਾ
हाँ, आँखें तेरी करें बातें इधर (हाँ, इधर)
रास्ता तो तेरे सिवा जाते किधर
अरे, आधे किधर हैं, ये इनके वादे किधर हैं
कोई घूरे जो तेको फिर तो लाफ़े इधर
प्यार अपना तेरे लिए cut-to-cut (हाँ)
वो बोली है मेको "चल ए फट्टू वट्ट" (चल, चल, चल, चल)
पर उसको नहीं मालूम जो तुम लोग को मालूम है
मालूम है ना, हुआ लट्टू अब
ये आँखें भी मेरी, ये गाल भी मेरा (Ayy)
ये नज़रें भी मेरी और चाल भी मेरा (चल, चल, चल, चल)
पूछी नहीं अब तक तू हाल भी मेरा
ये हाल बेहाल, बिलाल ये तेरा
—काली आँखें (Full काली आँखें)
ये गोरे-गोरे गाल
ये तीखी-तीखी नज़रेँ (Oh भाई, खतम कर देगी क्या?)
ये हिरणी जैसी चाल (वो लटका के, झटका के, मटका के)
ये काली-काली—
हो, मिली है जो तुझसे नज़र
अब कोई और दिखता नहीं
पड़े फ़र्क न कोई भी यहाँ हो
तू न हो तो मन लगता नहीं
तुझसे मिलने आता हूँ तो ठहर जाता मेरा पल
तू नहीं तो सब अधूरा, तुझसे पूरा होता घर
तेरे आने से मैं सीखा करना ख़ुद की भी क़दर
ख़ुद से मिलना ही न होता तुझसे मिलता न अगर
था मैं लापता, तुझे है पता, कैसे मुश्किल रास्ते
हुआ राब्ता, तुझसे मैं जुड़ा, बस रहना तू पास में
अब जाने तुझे न दूँ, था तेरा इंतज़ार
ये काली-काली आँखें
ये गोरे-गोरे गाल
ये तीखी-तीखी नज़रेँ
ये हिरणी जैसी चाल (वो लटका के, झटका के, मटका के)
ये काली-काली—
Written by: Mohd Bilal Shaikh
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