Lyrics
ये जहाँ जब-जब चैन से
रातों को सोता है
रात के काले-काले साए में
दिन मेरा होता है
सोने-चाँदी के मेरे ख़्वाब हैं, सारे ख़्वाब पूरे करूँ
रहूँ सामने सब के, मगर ना किसी को नज़र आऊँ
जा-जा-जादू सा मेरा हुनर
तू क्या, सारे ही करते ज़िकर
जा-जा-जादू सा मेरा हुनर
मैं तो लाखों में एक इधर
मैं तो लाखों में एक इधर
आगे मैं, दुनिया पीछे (हा), तारे क़दम के नीचे (हा)
रास्ते नहीं हैं मेरे सीधे-सादे
मेरी नज़र में धोखा (हा), छोड़ूँ ना कोई मौक़ा (हा)
झूठी क़सम है मेरी, झूठे वादे
हर हाल में पूरी करूँ जो बात मैं सोच लूँ
रहूँ सामने सब के, मगर ना किसी को नज़र आऊँ
जा-जा-जादू सा मेरा हुनर
तू क्या, सारे ही करते ज़िकर
जा-जा-जादू सा मेरा हुनर
मैं तो लाखों में एक इधर
मैं तो लाखों में एक इधर
Written by: Kumaar, OAFF, Savera