Credits

PERFORMING ARTISTS
Dhrriti Saharan
Dhrriti Saharan
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Majrooh Sultanpuri
Majrooh Sultanpuri
Songwriter

Lyrics

कहीं करता होगा वो मेरा इंतज़ार
जिसकी तमन्ना में फिरती हूँ बेक़रार
कहीं करता होगा वो मेरा इंतज़ार
जिसकी तमन्ना में फिरती हूँ बेक़रार
अरमाँ है, कोई पास आए
इन हाथों में वो हाथ आए
फिर ख़ाबों की घटा छाए
बरसाए खुमार
अरमाँ है, कोई पास आए
इन हाथों में वो हाथ आए
फिर ख़ाबों की घटा छाए
बरसाए खुमार
कहीं करता होगा वो मेरा इंतज़ार
जिसकी तमन्ना में फिरती हूँ बेक़रार
फिर उन्हीं दिन-रातों पे
मतवाली मुलाक़ातों पे
उलफ़त भरी बातों पे हम होते निसार
फिर उन्हीं दिन-रातों पे
मतवाली मुलाक़ातों पे
उलफ़त भरी बातों पे हम होते निसार
कहीं करता होगा वो मेरा इंतज़ार
जिसकी तमन्ना में फिरती हूँ बेक़रार
कहीं करता होगा वो मेरा इंतज़ार
जिसकी तमन्ना में फिरती हूँ बेक़रार
Written by: Majrooh Sultanpuri, R.D. Burman
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