Lyrics
मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे
आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
हो, आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
अरे, मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे
आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
हो, आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
देखो, अरे, देखो कहीं ऐसा ना हो जाए
चोरी करे माखन, तेरा जिया भी चुराए
देखो, अरे, देखो कहीं ऐसा ना हो जाए
चोरी करे माखन, तेरा जिया भी चुराए
अरे, धमकाता है इतना तू किसको?
डरता है कौन, आने दे उसको
डरता है कौन, आने दे उसको
ऐसे ना बहुत बोलो, मत ठुमक-ठुमक डोलो
चिल्लाओगी तब गोरी जब उलट देगा तोरी गगरी
आके बीच डगरी रे
अरे, मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे
आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
हो, आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
जाने क्या करता अगर होता कहीं गोरा
जाके जमुना में ज़रा शकल देखे छोरा
जाने क्या करता अगर होता कहीं गोरा
जाके जमुना में ज़रा शकल देखे छोरा
बिंदिया चमकाती रस्ते में ना जा
मनचला भी है गोकुल का राजा
मनचला भी है गोकुल का राजा
पड़ जाए नहीं पाला राधा से कहीं, लाला
फिर रोएगा गोविंदा, मारेगी ऐसा फंदा
गरदन से बाँधेगी चुनरी रे
मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे
आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
हो, आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
अरे, मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे
आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
हो, आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे
(मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे)
(आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे)
(मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे)
(आया बिरज का बाँका, सँभाल तेरी गगरी रे)
(मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे)
(आया बिरज का बाँका...)
Written by: Rajesh Roshan