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Credits

PERFORMING ARTISTS
Kumar Sanu
Kumar Sanu
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Anu Malik
Anu Malik
Composer
Anand Bakshi
Anand Bakshi
Songwriter

Lyrics

Mmm, मैंने सावन से कहा, "दिल की आग बुझा"
सावन ने कहा, "चुपके से जल जा"
मैंने बादल से कहा, "दिल की आग बुझा"
बादल ने कहा, "पागल है तू क्या?"
मैंने सावन से कहा, "दिल की आग बुझा"
सावन ने कहा, "चुपके से जल जा"
मैंने बादल से कहा, "दिल की आग बुझा"
बादल ने कहा, "पागल है तू क्या?"
सावन के बस की बात नहीं
बादल के बस का काम नहीं
इस रोग की कोई दवा नहीं
इस दर्द का कोई नाम नहीं
मैंने जाम से कहा, "मुझको जलने से बचा"
तो जाम ने कहा, "ले, ये आग पी जा"
मैंने सावन से कहा, "दिल की आग बुझा"
सावन ने कहा, "चुपके से जल जा"
मुझको पीने का शौक़ नहीं
ये दिल की लगी बुझानी है
आँखों में कितने आँसू है
सागर में कितना पानी है
मैंने सागर से कहा, "मेरी प्यास बुझा"
सागर ने कहा, "डूब के मर जा"
मैंने सावन से कहा, "दिल की आग बुझा"
सावन ने कहा, "चुपके से जल जा"
जिस रोज़ ये मेरा दिल टूटा
उस रोज़ बड़ी बरसात हुई
बरसों में उस हरजाई से
एक दिन जो मेरी मुलाक़ात हुई
मैंने उससे भी कहा, "मेरी क्या है ख़ता?"
तो उसने कहा, "तूने प्यार किया"
मैंने सावन से कहा, "दिल की आग बुझा"
सावन ने कहा, "चुपके से जल जा"
मैंने बादल से कहा, "दिल की आग बुझा"
बादल ने कहा, "पागल है तू क्या?"
Written by: Anand Bakshi, Anu Malik
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