Lirik
वो चाँदनी का बदन, ख़ुशबुओं का साया है
वो चाँदनी का बदन, ख़ुशबुओं का साया है
बहुत अज़ीज़ हमें है मगर पराया है
वो चाँदनी का बदन, ख़ुशबुओं का साया है
उतर भी आओ कभी आसमाँ के ज़ीने से
उतर भी आओ कभी आसमाँ के ज़ीने से
उतर भी आओ कभी आसमाँ के ज़ीने से
तुम्हें ख़ुदा ने हमारे लिए बनाया है
तुम्हें ख़ुदा ने हमारे लिए बनाया है
बहुत अज़ीज़ हमें है मगर पराया है
वो चाँदनी का बदन, ख़ुशबुओं का साया है
उसे किसी की मोहब्बत का ऐतबार नहीं
उसे किसी की मोहब्बत का ऐतबार नहीं
उसे किसी की मोहब्बत का ऐतबार नहीं
उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है
उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है
बहुत अज़ीज़ हमें है मगर पराया है
वो चाँदनी का बदन, ख़ुशबुओं का साया है
महक रही है ज़मीं चाँदनी के फूलों से
महक रही है ज़मीं चाँदनी के फूलों से
महक रही है ज़मीं चाँदनी के फूलों से
ख़ुदा किसी की मोहब्बत पे मुस्कुराया है
ख़ुदा किसी की मोहब्बत पे मुस्कुराया है
बहुत अज़ीज़ हमें है मगर पराया है
वो चाँदनी का बदन, ख़ुशबुओं का साया है
Writer(s): Anup Jalota, Bashir Badr
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