में प्रस्तुत

क्रेडिट्स

PERFORMING ARTISTS
Mukesh
Mukesh
Lead Vocals
COMPOSITION & LYRICS
Satish Bhatia
Satish Bhatia
Composer
Bharat Vyas
Bharat Vyas
Songwriter

गाने

हरी हरी वसुंधरा नीला नीला ये गगन हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन के जिसपे बादलों की पालकी उड़ा रहा पवन दिशाएं देखो रंग भरी दिशाएं देखो रंग भरी चमक रहीं उमंग भरी ये किसने फूल फूल पे ये किसने फूल फूल पे किया श्रृंगार है ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार तपस्वियों सी हैं अटल ये, पर्वतों की चोटियाँ ये सर्फ़ की घुमेरदार घेरदार घाटियाँ ध्वजा से ये खड़े हुए ध्वजा से ये खड़े हुए, हैं वृक्ष देवदार के गलीचे ये गुलाब के, बगीचे ये बहार के ये किस कवि की कल्पना ये किस कवि की कल्पना का चमत्कार है ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार कुदरत की इस पवित्रता को तुम निहार लो इसके गुणों को अपने मन में तुम उतार लो चमका लो आज लालिमा चमका लो आज लालिमा अपने ललाट की कण कण से झाँकती तुम्हें छबी विराट की अपनी तो आँख एक है, उसकी हज़ार है ये कौन चित्रकार है ये कौन चित्रकार
Writer(s): Bharat Vyas, Satish Bhatia Lyrics powered by www.musixmatch.com
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