Credits
PERFORMING ARTISTS
Rahul Jain
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Nadeem
Composer
Shravan
Composer
Aayush Jain
Composer
Jaydeep Hora
Composer
Sameer
Songwriter
Lyrics
मेरे हालात ऐसे हैं
के मैं कुछ कर नहीं सकता आ
मेरे हालात ऐसे हैं
के मैं कुछ कर नहीं सकता
तड़पता है ये दिल लेकिन
ये आहें भर नहीं सकता
ज़ख्म हरा हरा और तुम
चोट खाने की बात करते हो
आँख है भरी भरी और तुम
मुस्कुराने की बात करते हो
ज़माने में भला कैसे
मुहब्बत लोग करते हैं आ
ज़माने में भला कैसे
मुहब्बत लोग करते हैं
वफ़ा के नाम की अब तो
शिकायत लोग करते हैं
आग है बुझी बुझी और तुम
लौ जलाने की बात करते हो
आँख है भरी भरी और तुम
मुस्कुराने की बात करते हो
आँख है भरी भरी और तुम
मुस्कुराने की बात करते हो
Written by: Aayush Jain, Jaydeep Hora, Nadeem, Sameer, Shravan